कानून / Kanoon (1960)
शैली- कोर्ट रूम ड्रामा (2 घंटे 30 मिनट) रिलीज- 1 जनवरी, 1960
निर्माता/निर्देशक- बी.आर. चोपड़ा
लेखक- अख्तर उल-इमान, सी.जे. पावरी
संपादन– प्राण मेहरा, रामलाल, कृष्ण सचदेव सिनेमैटोग्राफ़ी– एम एन मल्होत्रा
मुख्य कलाकार- राजेन्द्र कुमार, अशोक कुमार, नन्दा, नाना पालसिकर, मनमोहन कृष्णा, महमूद, शशि कला, जीवन, शुभा खोटे आदि
कथावस्तु
एक वकील (राजेन्द्र कुमार) एक व्यक्ति की हत्या करते हुए देख लेता है, लेकिन देखा गया कातिल, वकील का अपना गुरु, होने वाला ससुर और केस की सुनवाई का जज (अशोक कुमार) होता है। बेहतरीन निर्देशन, शानदार डायलॉग डिलीवरी, बेहद कसी हुई पटकथा और साथ ही कानून की कई कमजोर कड़ियों पर प्रहार करती यह फ़िल्म भारत की बेहतरीन कोर्ट रूम ड्रामा मानी जाती है।
गीत-संगीत
फ़िल्म में कोई गाना नहीं है और बैकग्राउंड म्यूजिक सलिल चौधरी का है।
सम्मान एवं पुरस्कार
- राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार (1960)- सर्वश्रेष्ठ हिन्दी फीचर फ़िल्म (सर्टिफिकेट ऑफ़ मेरिट)-
- फ़िल्मफेयर पुरस्कार (1962)- सर्वश्रेष्ठ निर्देशक, बी. आर. चोपड़ा
- फ़िल्मफेयर पुरस्कार (1962)- सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता, नाना पलसीकर
रोचक तथ्य
- कानून भारत की पहली हिन्दी फ़िल्म थी जिसमें कोई भी गाना नहीं था।