29/04/2024

बॉलीवुड की टॉप-10 देशभक्ति फ़िल्में

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स्वतंत्रता दिवस (Independance Day) और गणतंत्र दिवस (Republic Day) की आहट के साथ ही लोगों के अंदर का सोया हुआ भारतीय जागने लगता है। सालभर देशभक्ति की जो लहर तालाबों में उठने वाली तरंगों की तरह खामोशी से सरसराती रहती है, उसके सुनामी के रूप में बदलने का एक वक्त स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस भी है। फिल्मों के जरिए भी आम आदमी देशभक्ति की भावना महसूस कर लेता है। देशभक्ति के इस फॉर्मूले को सिनेमा जगत हमेशा से ही भुनाता आया है, हालांकि समय के साथ-साथ इसके तरीके में थोड़े बदलाव आते रहे हैं।
आज़ादी के पहले साल 1943 में एक फिल्म आई थी ‘किस्मत’ (Kistmat)। इसका गाना ‘दूर हटो ऐ दुनिया वालों हिन्दुस्तान हमारा है’ लोगों के बीच अंग्रेजों के विरोध का चेहरा बन गया था। उस समय भारत की फिल्मों को ब्रिटिश सेंसर बोर्ड की मंजूरी के साथ ही रिलीज किया जाता था, ऐसे में ब्रिटिश अफसरों के कमजोर भाषायी ज्ञान के चलते किसी तरह इस फिल्म के गाने को मंजूरी मिल गई। गांधीजी के ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ के कुछ महीनों बाद आई यह फिल्म अपने इस गाने की वजह से अमर हो गई।
बॉलीवुड में हर साल सैकड़ों अलग-अलग प्रकार की फिल्‍में बनाई जाती हैं जिनमें से कॉमेडी, रोमांस, ड्रामा, एक्‍शन और थ्रिलर आदि फिल्‍में होती हैं। इन सब के बीच भारत जैसे देश में जहां देशप्रेम और देशभक्ति जैसे शब्‍द बेहद आम होते हैं और हर नागरिक देशभक्‍त होना पसंद करता है। वहाँ देशभक्ति पर बनी फिल्‍में भी बहुत पसंद की जाती हैं और अच्‍छा व्‍यापार भी करती हैं। यहां वर्ष 2000 के बाद रिलीज ऐसी ही कुछ फिल्‍मों की सूची है जो देशभक्ति की भावना दर्शाती हैं।

बॉलीवुड की टॉप-10 देशभक्ति फ़िल्में / Top 1o Patriotic Films of Bollywood

10. राज़ी / Raazi (2018)

यह हरिंदर सिक्का के उपन्यास ‘कॉलिंग सहमत’ पर बनायी गयी है। फिल्म की कहानी 1971 भारत पाक युद्ध के दौरान की है। यह फिल्म देश के लिए जासूसी करने वाली बहादुर लड़की की कहानी है। सहमत खान नाम की यह लड़की RAW एजेंट है, जो अपने पिता के कहने पर पाकिस्तानी सेना के अधिकारी के बेटे से शादी करती है, ताकि वह दुश्मन के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारी इकट्ठा कर सकें। इस फिल्म में आलिया भट्ट के अलावा विकी कौशल, जयदीप अहलावत, सोनी राजदान और संजय सूरी थे। इसमें आलिया भट्ट के अभिनय की ख़ूब तारीफ़ की गई थी। इसका निर्देशन मेघना गुलज़ार ने किया था। राज़ी को फिल्मफेयर अवार्ड्स में 15 नामांकन मिले, जहाँ इसने पाँच पुरस्कार जीते, जिनमें सर्वश्रेष्ठ फिल्म, सर्वश्रेष्ठ निर्देशक और आलिया भट्ट के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री शामिल हैं। पूरी फ़िल्म का कथानक पाकिस्तान का है, जबकि शूटिंग भारत में ही हुई है। कुछ दृश्य पाकिस्तान-भारत सीमा क्षेत्र के भी हैं। इसे वर्तमान दौर की बेहतरीन देशभक्ति फ़िल्मों में से एक माना जाता है।

9. शेरशाह / Shershaah (2021)

शेरशाह फिल्म की कहानी साल 1999 में हुए कारगिल युद्ध पर आधारित है। इसे शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा की बायोपिक भी माना जाता है। विक्रम बत्रा जब कारगिल युद्ध में गए थे, तब उन्हें ‘शेरशाह’ कोडनेम दिया गया था, उसी पर फिल्म का शीर्षक आधारित है। फिल्म में सिद्धार्थ मल्होत्रा ने कैप्टन विक्रम बत्रा की भूमिका को प्रभावशाली तरीक़े से निभाया है। टीवी धारावाहिक परमवीर चक्र में मेजर सोमनाथ के साहस और उनके फौजी जज़्बे को देख छोटे विक्रम बेहद प्रभावित होते हैं और निश्चय कर लेते हैं कि उनको आर्मी में भर्ती होना है। विक्रम के बचपन और धीरे-धीरे आगे बढ़ते हुए स्कूल, कॉलेज, दोस्त, आर्मी, प्यार, युद्ध आदि से कहानी गुज़रती है। फ़िल्म के कुछ सीन तो बहुत ही ख़ूबसूरत हैं। जैसे- जब विक्रम कारगिल के युद्ध के लिए जाते हैं, तो अपने दोस्त से कहते हैं कि ‘तिरंगा लहरा कर आऊंगा या तिरंगे में लिपट कर आऊंगा, पर आऊंगा ज़रूर…’ फिल्म के डायलॉग काफ़ी प्रभावशाली हैं और अनेक बार दिल को छू जाते हैं।’ ये फ़िल्म कोरोना लॉकडाउन के कारण सिनेमाहॉल में रिलीज नहीं हो पायी थी। अत: इसे ओटीटी पर रिलीज किया गया। फ़िल्म को दर्शकों का भरपूर प्यार मिला। विष्णु वर्धन के निर्देशन में सिद्धार्थ मल्होत्रा ने अपने कैरियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। इसमें कियारा आडवाणी ने भी विक्रम की प्रेमिका की बेहतरीन भूमिका निभाई है।

8. बेबी / Baby (2015)

ए वेडनेसडे जैसी विश्वस्तरीय फ़िल्म बनाने वाले लेखक-निर्देशक नीरज पांडे ने अक्षय कुमार के साथ बेबी बनाई। बेबी एक गुप्त एजेंटों की इकाई है जो कि भारत सरकार के लिए काम करती है। इस फ़िल्म में फ़िरोज़ अली ख़ान (डैनी) के नेतृत्व में एक अंडरकवर टीम वर्ष 2008 के मुंबई हमलों के आतंकवादियों को ढूंढ रही है जो भारत में अन्य हमलों की योजना बना रहे हैं। यह फ़िल्म अक्षय कुमार के बेहतरीन अभिनय और नीरज पांडे के बेहतरीन निर्देशन के लिए जानी जाती है। फ़िल्म में इतना जबरदस्त थ्रिल है कि आप अपनी सीट पकड़ कर बैठ जायेंगे और फ़िल्म खत्म होने के बाद ही उठेंगे। अक्षय के अलावा बेबी में राणा दग्गुबटी, डैनी, तापसी पन्नू, के. के. मेनन, सुशान्त सिंह, मधुरिमा तुली, मुरली शर्मा, अनुपम खेर आदि ने प्रमुख भूमिका निभाई है।

7. लीजेन्ड ऑफ़ भगत सिंह / The Legend of Bhagat Singh (2002)

दामिनी, घायल जैसी बेहतरीन फ़िल्म बनाने वाले राजकुमार संतोषी ने पीयूष मिश्रा के साथ इस फ़िल्म को लिखा और निर्देशित किया। भारत के प्रमुख क्रान्तिकारी सरदार भगत सिंह के जीवन पर बनाई गयी यह फिल्‍म वाकई बेहद ही रोमांचित करने वाली है। इस फिल्‍म में देश के लिये मर मिटने वाले भगत सिंह के जज्‍बे को दिखाया गया है। इसके अलावा फिल्‍म में आजादी की लड़ाई में भगत सिंह के योगदान को दिखाया गया है। अजय देवगन ने भगत सिंह की भूमिका के साथ पूरा न्याय किया है जिसके लिए उन्हें नेशनल अवार्ड भी मिला। अजय देवगन के अलावा सुशान्त सिंह, डी संतोष, अखिलेन्द्र मिश्रा, राज बब्बर, फ़रीदा जलाल, अमृता राव, मुकेश तिवारी आदि ने इसमें मुख्य भूमिकाएं निभाई। यह फ़िल्म बॉक्स ऑफ़िस पर सफल नहीं रही लेकिन पुरस्कारों में छायी रही जिसमें 2 नेशनल अवार्ड और 3 फ़िल्मफेयर अवार्ड अपने नाम किये।

6. लक्ष्य / Lakshya (2004)

फ़रहान अख्तर द्वारा निर्देशित लक्ष्य बॉलीवुड की क्लासिक फ़िल्मों में गिनी जाती है। लक्ष्य वर्ष 2004 में आई एक बॉलीवुड वार ड्रामा है, फिल्म की कहानी वर्ष 1999 में हुए कारगिल युद्ध को दर्शाती है। फिल्म में मुख्य भूमिका में ऋतिक रोशन, प्रीति जिंटा और अमिताभ बच्चन नजर आते हैं। फिल्‍म के माध्‍यम से कारगिल युद्ध के समय पंजाब रेजिमेंट की तीसरी बटालियन जिसमें अमर (ऋतिक) और सुनील (अमिताभ बच्‍चन) पोस्‍टेड होते हैं, की कहानी दर्शकों के सामने लायी गयी है। यह फिल्‍म भी वीरता और साहस को बहुत ही बेहतर ढंग से प्रदर्शित करती है। यह फ़िल्म अब युवाओं को बेहद पसंद है जबकि जब रिलीज के समय इसको औसत सफलता भी नहीं मिली थी। इस फ़िल्म के गाने ‘मैं ऐसा क्यों हूं’ की कोरियोग्राफी के लिए प्रभु देवा को नेशनल अवार्ड भी मिला था।

5. स्वदेस / Swades (2004)

आशुतोष गोवरीकर द्वारा लिखित एवं निर्देशित स्‍वदेश बॉलीवुड की देशभक्ति पर बनी फिल्‍मों में से एक सफल फिल्‍म मानी जाती है। फिल्‍म एनआरआई लोगों की कहानी बयां करती है जो भारत में ही जन्‍मे और भारतीय मूल के ही हैं पर वे भारत में न रहकर किसी अन्‍य देश में रह रहे हैं। यह फिल्‍म ऐसे ही एनआरआई लोगों की देश‍भक्ति और देश प्रेम को बयां करती है। रिलीज पर फिल्म को आलोचनात्मक प्रशंसा तो खूब मिली पर दर्शकों का प्यार नहीं मिला।  जावेद अख्तर द्वारा लिखे गए गीतों को संगीत दिया है ए.आर. रहमान ने। फिल्म को अपने समय से आगे की माना जाता है और इसकी रिलीज पर व्यापक आलोचना भी हुई लेकिन अब इसे हिंदी सिनेमा का कल्ट क्लासिक का दर्जा प्राप्त है। शाहरुख ख़ान का बेहतरीन अभिनय इस फ़िल्म में देखा जा सकता है।

4. उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक / Uri: The Surgical Strike (2019)

उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक एक बेहतरीन देशभक्ति से ओत-प्रोत फ़िल्म है, जिसका लेखन एवं निर्देशन आदित्य धर ने किया है। फिल्म की कहानी सर्जिकल स्ट्राइक के ऊपर है, जो भारत ने 2016 में लाइन ऑफ़ कण्ट्रोल के पार पाकिस्तानी आतंकवादियों के ऊपर की थी। यह फ़िल्म भारतीय सेना के मेजर विहान सिंह शेरगिल के 2016 के उरी हमले के प्रतिशोध की एक नाटकीय कहानी है, जो घटनाओं में अग्रणी भूमिका निभाती है। इस फिल्‍म में विक्‍की कौशल इंडियन आर्मी के एक मेजर विहान की भूमिका में नजर आये थे। इसके अलावा यामी गौतम, परेश रावल, कीर्ति कुल्‍हारी, और मोहित रैना आदि भी अन्‍य किरदारों में नजर आते हैं। इस फ़िल्म में बेहतरीन अभिनय के लिए विक्की कौशल को सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का नेशनल अवार्ड मिला है। यह साल 2019 की सरप्राइज ब्लॉकबस्टर रही। फ़िल्म का डायलॉग ‘हाउज द जोश… हाई सर’ पूरे देश में एक नारा सा बन गया था।

3. चक दे! इंडिया / Chak De! India (2007)

चक दे! इंडिया भारतीय महिला हॉकी टीम के बारे में एक काल्पनिक कहानी बताती है, जो 2002 के राष्ट्रमंडल खेलों में टीम की जीत से प्रेरित थी, और नारीवाद और लिंगवाद जैसे विषयों पर भी रोशनी डालती है। भारत के विभाजन की विरासत, नस्लीय और धार्मिक कट्टरता, जातीय और क्षेत्रीय पूर्वाग्रह भी इस फिल्‍म में दिखाये गये हैं। इस फ़िल्म के निर्देशक शिमित अमीन और लेखक जयदीप साहनी हैं। फ़िल्म में शाहरुख ख़ान ने हॉकी कोच की शानदार भूमिका निभाई है जो शाहरुख का अब तक सर्वश्रेष्ठ अभिनय कहा जा सकता है। शाहरुख के अलावा अन्य कलाकार हैं- विद्या मालवड़े, शिल्पा शुक्ला, सागरिका घाटगे, चित्राशी रावत, विवान भटेना, मोहित चौहान, विभा छिब्बर आदि। इस फ़िल्म का गीत चके दे..! ओ चके दे! इंडिया आज भी जोश से रोंगटे खड़े करने में सक्षम है।

2. ए वेडनेसडे / A Wednesday! (2016)

लेखक-निर्देशक नीरज पांडे की यह पहली फ़िल्म है। ‘ए वेडनेसडे’ कहानी है एक बुधवार को मुंबई में दोपहर 2 से 6 बजे के बीच होने वाली घटनाओं की। ऐसी घटनाएँ जिनका कोई रिकॉर्ड नहीं है। मुंबई पुलिस कमिश्नर प्रकाश राठौर (अनुपम खेर) को फोन आता है कि वे चार आतंकवादियों को छोड़ दे वरना मुंबई के कई स्थानों पर उसने बम लगा रखे हैं और उनके जरिए वो विस्फोट कर देगा। प्रकाश पहले इसे मजाक समझते हैं, लेकिन फिर उन्हें शक होता है। एक बम पुलिस स्टेशन के सामने स्थित पुलिस हेडक्वार्टर पर प्रकाश को मिलता है। प्रकाश अपने श्रेष्ठ साथियों की टीम बनाते हैं और सारे संसाधनों का उपयोग करने का निश्चय करते हैं। जब फ़िल्म रफ़्तार पकड़ती है तो देशभक्ति का ऐसा अद्भुत रंग भरती है कि दर्शक भी चकित रह जाता है। फिल्म में दो शानदार अभिनेताओं को साथ देखना एक आनंददायक अनुभव है। डेढ़ घंटे की इस फिल्म में न कोई गाना है, न कोई मसाला है और न ही फालतू दृश्य।

1. रंग दे बसंती / Rang De Basanti (2006)

राकेश ओमप्रकाश मेहरा द्वारा लिखित एवं निर्देशित रंग दे बसंती बॉलीवुड की कल्ट क्लासिक फ़िल्मों में शामिल है। फिल्‍म की कहानी दिल्ली के पांच नौजवानों की है, जिनके जीवन और धारणाएं तब बदल जाती हैं जब वे पांच क्रांतिकारी भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों पर बने एक फ़िल्म में अभिनय करते हैं। रंग दे बसंती में आमिर खान ने डीजे का किरदार निभाया। डीजे पलायनवादी है। वह दुनिया का मुकाबला नहीं करना चाहता और जिंदगी की कठोर सच्चाइयों से दूर कॉलेज की जिंदगी में डूबा रहना चाहता है। आमिर के अलावा इस फ़िल्म में सिद्धार्थ, अतुल कुलकर्णी, कुणाल कपूर, शरमन जोशी, सोहा अली ख़ान, वहीदा रहमान, आर माधवन आदि ने मुख्य भूमिकाएं निभाईं है। इस फिल्म के लिए आमिर खान को फिल्मफेयर का क्रिटिक अवार्ड मिला था। यह फिल्म विदेशी भाषा की फिल्म-श्रेणी में भारत से ऑस्कर के लिए भेजी गई थी। रंग दे बसंती पिछले दशक की ऐसी फिल्म थी, जिसने भारतीय जनमानस के मनोरंजन के साथ उसकी सोच को भी बदला। युवाओं को इससे प्रेरणा मिली। देश की ऐतिहासिक व राजनीतिक विरासत के प्रति उनका रुझान बढा।

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एयरलिफ़्ट, द ग़ाज़ी अटैक, परमाणु, लगान, केसरी, दंगल, 1971, डी डे, होलीडे, चिटगोंग, न्यूटन, शहीद-ए-आज़म, गदर- एक प्रेम कथा, मंगल पांडे, मिशन कश्मीर, रोमियो अकबर वॉल्टर, मणिकर्णिका, भाग मिल्खा भाग, गोल्ड, मैरीकॉम, राग देश, नेताजी सुभाष चंद्र बोस: द फॉरगोटन हीरो।

{अपडेट दिनांक:- 26 जनवरी, 2022}

विशेष नोट:- यह सूची/रेटिंग इंटरनेट पर उपलब्ध स्रोतों एवं बॉलीवुड ख़ज़ाना टीम के गहन विश्लेषण के बाद तैयार की गयी है। यहाँ पर आधुनिक बॉलीवुड की 21वीं शताब्दी में रिलीज़ अर्थात वर्ष 2000 से रिलीज फ़िल्मों को ही लिया गया है। इस सूची में शामिल फ़िल्म का बॉक्स ऑफ़िस पर हिट होना आवश्यक नहीं है। समय और दर्शकों की पसंद के अनुसार यह सूची अपडेट होती रहती है।

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