झनक झनक पायल बाजे / Jhanak Jhanak Payal Baaje (1955)
शैली- ड्रामा-म्यूजिकल-रोमांस (2 घंटे 23 मिनट) रिलीज- 1955
निर्माता- राजकमल कलामंदिर निर्देशक- वी शांताराम
लेखक- देवन शरार संपादन– चिंतामणि बोरकर सिनेमैटोग्राफ़ी– जी बालकृष्ण
मुख्य कलाकार- संध्या, मदन पुरी, भगवान आदि
कथावस्तु
नर्तक उस्ताद मंगल महाराज चाहते हैं कि उनका बेटा, गिरधर, जो एक उत्कृष्ट नर्तक है, दस साल में एक बार होने वाले नटेश्वर उत्सव नृत्य प्रतियोगिता में भाग ले और इसे जीतें। गिरधर एक एकल नृत्य कर सकता है, उसे एक महिला साथी के साथ शिव-पार्वती तांडव नृत्य करना भी आवश्यक है। मंगल महाराज रूपकला को अपनी साथी बनाना चाहते हैं, लेकिन अंत में वे उससे निराश हो जाते हैं। अब उत्सव के लिए केवल एक साल बचा है, वह प्रतिभाशाली नृत्यांगना और गायिका, नीलादेवी से मिलता है। वह उसे कठिन प्रशिक्षण देता है और वह उसके प्रदर्शन से प्रसन्न होता है। तब उसे पता चलता है कि गिरधर और नीला को एक दूसरे से प्यार हो गया है और उनकी भागीदारी उनके प्रदर्शन में बाधा बन रही है। नीलादेवी से नाखुश, वह उसे बर्खास्त कर देता है, और दूसरी नर्तकी की तलाश करने के लिए निकल पड़ता है। क्या वह उत्सव के लिए सही समय पर एक और नर्तकी ढूंढ पाएगा, उसे प्रशिक्षित कर पाएगा, और उसे प्रतिस्पर्धा करने में सक्षम बना पाएगा या वह इस अवसर को पूरी तरह से खो देगा और 10 साल और इंतजार करेगा?
गीत-संगीत
फ़िल्म का गीत संगीत बहुत अच्छा है लोकप्रिय भी बहुत हुआ। गीत हसरत जयपुरी, देवन शरार, हेमन्त कुमार आदि ने लिखे हैं और संगीत दिया है वसंत देसाई ने।
क्रमांक | गीत | गायक/गायिका | गीतकार |
1. | झनक झनक पायल बाजे | उस्ताद आमिर ख़ान | हसरत जयपुरी |
2. | छियो राम छियो | मोहम्मद रफ़ी | |
3. | हमें गोपी ग्वाला कहते हैं | लता मंगेशकर, मन्ना डे | देवन शरार |
4. | जो तुम तोड़ो पिया | लता मंगेशकर | मीराबाई |
5. | कैसी है ये मोहब्बत की सज़ा | लता मंगेशकर | देवन शरार |
6. | मेरे ऐ दिल बता | लता मंगेशकर | हसरत जयपुरी |
7. | नैन सो नैन नाही मिलाओ | लता मंगेशकर, हेमन्त कुमार | हेमन्त कुमार |
8. | रुत बसन्त आयी बन उपवन | लता मंगेशकर, मन्ना डे | हसरत जयपुरी |
9. | संइया जाओ जाओ | लता मंगेशकर | हसरत जयपुरी |
10. | सीता बन को चली | लता मंगेशकर, मन्ना डे | सरस्वती कुमार |
11. | सुनो सुनो सुनो जी | लता मंगेशकर | हसरत जयपुरी |
12. | उडत रंग | आशा भोसले | हसरत जयपुरी |
सम्मान एवं पुरस्कार
- 2 राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार (1955)
- सर्वश्रेष्ठ हिन्दी फीचर फ़िल्म
- सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म के लिए ऑल इंडिया सर्टिफिकेट ऑफ मेरिट
- 4 फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार (1956)
- सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म पुरस्कार
- सर्वश्रेष्ठ निर्देशक पुरस्कार – वी शांताराम
- सर्वश्रेष्ठ कला निर्देशन पुरस्कार – कानु देसाई
- सर्वश्रेष्ठ ध्वनि परिकल्पना पुरस्कार – ए के परमार
रोचक तथ्य
- भारत में रंग पद्धति से बनाई गयी पहली फ़िल्मों में से एक है।
- फ़िल्म का 1 गीत “जो तुम तोड़ो पिया” भगवान श्रीकृष्ण की भक्त एवं कवयित्री मीराबाई द्वारा रचित है।